9 व 10 जनवरी 2016 को ‘बुन्देली’ का अ.भा.साहित्य सम्मेलन ओरछा में संपन्न हुआ
(टीकमगढ़ से राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी की रपट)
टीकमगढ़/ /अखिल भारतीय बुंदेलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद भोपाल द्वारा ओरछा में होटल बुन्देलखण्ड रिवर साइड में दिनांक 9 व 10 जनवरी 2015 को बुंदेली भाषा का अखिल भारतीय साहित्य सम्मेलन इ‘ सत्रों में सफलतापूर्वक संपन्न हु आ जिसके संयोजक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश मडबैया जी भोपाल थे। जिसमें बुंदेलखण्ड क्षेत्र के लगभग 15 जिलंो से बुन्देली के 100 से ज्यादा विद्वान साहित्यकार व कवियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व केन्द्रिय मंत्री प्रदीप जैन अदित्य जी रहे। संरक्षक महाराज मधुकर शाह जू देव नाती राजा जीरहे। बुन्देलखण्ड साहित्य परिषद इकाई टीकमगढ़ के महामंत्री राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने बताया कि पहले दिन उदघाटन एवं अलंकरण समारोह हुआ जिसमें डाॅ. लखन लाल खरे एवं डाॅ. दुर्गेष दीक्षित को वीर सिंह जू देव पुरस्कार दिया गया।, समस्त इकाईयों की वार्षिक रपट, और रात्रि में अखिल भारतीय बुन्देली कवि सम्मेलन हुआ जिसमें 66 कवियो ने बुन्देली भाषा में काव्यपाठ किया। दूसरे दिन बुंदेली के मानकीकरण पर चर्चा, बुंदेली निंबधों का वाचन एवं बुन्देली एकांकंी और बुन्देली नाटकों का वाचन हुआ। गौरतलब हो कि गुजरात निवासी हैेदराबवाद में बुन्देली पर शोध करने वाले शोध छात्र श्री श्रीवास्तव को महाराजा द्वारा 5000रू. की नगद राशि पुरस्कार स्परूप दी गई। इस अवसर पर टीकमगढ़ जिला इकाई के अध्यक्ष अभिनंदन गोइल की बुन्देली में लिखी लोककथाओं की पुस्तक ‘पीर घनेरी’ का विमोचन किया जायेगा। टीकमगढ़ परिषद के महामंत्री राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने यह जानकरी दी है।
रपट- राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
महामंत्री बुन्देलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद,टीकमगढ़,
मोबाइल-9893520965